वाराणसी, बनारस या काशी तीनो एक ही शहर का नाम है। अपने नाम की तरह बनारस धार्मिक, सांस्कृतिक और इतिहास से परिपूर्ण शहर है।
कहते है जीवन में एक बार बनारस जरूर आना चाहिए क्योंकि इस जगह को शहर नहीं सुकून कहते है।
तो दोस्तों अगर आप भी बनारस आने का सोच रहे है तो सबसे पहला सवाल यही आता होगा की How to reach Varanasi – वाराणसी कैसे पहुँचे ? या वाराणसी घूमने के लिए कौन सा साधन उपयुक्त होगा ?
वाराणसी एक अच्छा खासा डेवलप शहर है तो यहाँ ट्रांसपोर्टेशन की सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है यह सड़क, रेल और वायु मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जो आपकी यात्रा को सुगम और सहयोगी बना सकते हैं और आप अपनी सुविधा अनुसार कोई भी साधन ले कर वाराणसी पहुँच सकते है।
तो यात्रीगण आइये थोड़ा विस्तार से जानते है की हम किन-किन साधनो से वाराणसी पहुंच सकते है।
रेलमार्ग: By Train – ट्रैन से वाराणसी कैसे पहुँचे ?
भारत के लगभग सभी शहर और जंक्शन से वाराणसी रेलमार्ग जुड़ा हुआ है।
वाराणसी शहर के अंतर्गत दो महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनआते है और यहाँ से आप भारत के विभिन्न हिस्सों की दिशा में ट्रैन सेवाएँ प्राप्त कर सकते हैं। यह एक सुरक्षित और सबसे बेस्ट तरीका है वाराणसी पहुंचने का।
वाराणसी में दो महत्वपूर्ण स्टेशन निम्नलिखित है :-
-
वाराणसी जंक्शन – वाराणसी जंक्शन वाराणसी का सबसे प्रमुख स्टेशन है जहाँ सबसे ज्यादा ट्रेनों का आवागमन होता है। ये भारत के सभी प्रमुख शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। यह स्टेशन वाराणसी में केन्ट नाम की जगह पर स्थित है इसलिए इसको लोकल में केन्ट स्टेशन भी बोलते है यह रेलवे स्टेशन काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर है।
-
बनारस रेलवे स्टेशन – वाराणसी का दूसरा मुख्य स्टेशन बनारस रेलवे स्टेशन है जिसका पुराना नाम मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन था क्योंकि यह मंडुवाडीह नाम की जगह पर स्थित है। काशी विश्वनाथ से बनारस रेलवे स्टेशन की दुरी लगभग 3-4 किलोमीटर है।
इन दो मुख्य स्टेशन के अलावा बनारस पहुंचने के लिए कुछ और स्टेशन भी है जिनमे से एक है –
काशी स्टेशन – जो की राजघाट नाम की जगह पर स्थित है और यह विश्वनाथ मंदिर से लगभग 3-4 किलोमीटर की दुरी पर है। हालाँकि इस स्टेशन पर कई सारे प्रमुख ट्रैनों आवागमन कम ही होता है।
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन – काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 15 किलोमीटर की दुरी पर बहुत ही प्रमुख रेलवे स्टेशन है पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन यह रेलवे स्टेशन बनारस से पूर्णतः जुड़ा हुआ स्टेशन है जिसका पुराना नाम मुगलसराय स्टेशन था।
यह उत्तर प्रदेश का भी एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है साथ ही साथ यह भारतीय रेलवे का महत्वपूण केन्द्र और एशिया का सबसे बडा रेलवे मार्शलिंग यार्ड भी है जहाँ से भारत के अधिकांश ट्रैनो का आवागमन होता है।
काशी आने के लिए अगर आपके ट्रैन का स्टॉपेज पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन का होता है तो आप यहाँ से लोकल ट्रांसपोर्ट जैसे ऑटो व टेक्सी बुक कर सकते है जो की स्टेशन प्रांगड़ के आस पास आसानी से मिल जाता है। दीनदयाल स्टेशन से बनारस आने में लगभग 30 मिनट से 45 मिनट का टाइम लग जाता है।
वायुमार्ग (एयरपोर्ट): By Airplane – फ्लाइट से वाराणसी कैसे पहुँचे ?
वाराणसी का लोकप्रिय एयरपोर्ट है “लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” और इस एयरपोर्ट से अंतराष्ट्रीय एवं घरेलू दोनों प्रकार के सेवाएं उपलब्ध हैं, एयरपोर्ट से लगभग सभी छोटे बड़े शहरों के लिए आप डायरेक्ट उड़ान भर सकते है और यात्रा का समय भी बचा सकते हैं।
यह एयरपोर्ट बाबतपुर नाम के जगह पर स्थित है जहाँ से विश्वनाथ मंदिर की दुरी लगभग 23 से 24 किलोमीटर है।
एयरपोर्ट से बनारस आने लिए आप से लोकल ट्रांसपोर्ट जैसे कैब, टैक्सी, ऑटो व बस भी ले सकते।
सड़कमार्ग: By Road – सड़क मार्ग से वाराणसी कैसे पहुँचे ?
आप खुद के साधन – अपने कार, कैब, टैक्सी या अन्य वाहनो के द्वारा सड़कों के माध्यम से वाराणसी जा सकते हैं। अपना साधन होने से आप अपने आवश्यकतानुसार बनारस के लोकल में भी घूम सकते है।
बस सेवाएँ: By Bus – बस से वाराणसी कैसे पहुँचे ?
वाराणसी के पास स्थानीय और परिवहन बस सेवाएँ भी हैं जो आपको शहर के भिन्न-भिन्न हिस्सों में ले जा सकती हैं साथ ही साथ बड़े शहरों, गांव व कस्बो के लिए डायरेक्ट बस सेवा उपलब्ध है। यह एक सामान्य और सार्वजनिक तरीका है जिससे आप वाराणसी पहुंच सकते हैं। वाराणसी का मुख्य बस स्टैंड वाराणसी रेलवे स्टेशन यानि केन्ट के पास ही स्थित है।
आपके पास यात्रा करने के विभिन्न तरीके हैं, आपकी सुविधा और समय के आधार पर आप किसी भी विकल्प का चयन कर सकते हैं। इन विभिन्न तरीकों का उपयोग करके, आप वाराणसी की सुंदरता और धार्मिक महत्व का आनंद ले सकते हैं।
यह भी पड़े – Famous temple in Varanasi : वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिर
Q&A
Que- वाराणसी के लिए कौन सा स्टेशन उतरना है?
Ans- वाराणसी में दो महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। आप अपने ट्रैन के अनुसार इन दो स्टेशन में से जिस भी स्टेशन का स्टॉपेज हो वहाँ उतर सकते हैं।
दोनों ही स्टेशन बनारस शहर के मुख्य भाग में स्थित है।
वाराणसी जंक्शन – यह रेलवे स्टेशन काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर है और केन्ट नाम की जगह पर स्थित है इसलिए इसको लोकल लोग केन्ट स्टेशन भी बोलते है।
बनारस रेलवे स्टेशन – बनारस रेलवे स्टेशन पुराना नाम मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन था क्योंकि यह मंडुवाडीह नाम की जगह पर स्थित है। काशी विश्वनाथ से बनारस रेलवे स्टेशन की दुरी लगभग 3-4 किलोमीटर की दूरी पर है।
Que- काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए कौन सा स्टेशन उतरना है?
Ans-आप अपने ट्रैन के स्टॉपेज के अनुसार ऊपर दिए गए स्टेशन मैं से किसी भी स्टेशन पर उतर सकते है। दोनों ही स्टेशन काशी विश्वनाथ मंदिर के सबसे नज़दीकी स्टेशन है।
Que- वाराणसी और बनारस स्टेशन में अंतर ?
Ans- अक्सर बनारस से बहार के लोग “वाराणसी जंक्शन” और “बनारस स्टेशन” में कंफ्यूज हो जाते है। तो आपको बता दे की यह दोनों स्टेशन अलग अलग है।
1 – वाराणसी जंक्शन जो की केन्ट स्टेशन के नाम से भी जाना जाता है क्योकि यह केन्ट नाम के जगह पर स्थित है। तो अगर आपको वाराणसी जंक्शन जाना हो तो आप लोकल ट्रांसपोर्ट वालो से केन्ट स्टेशन भी बोल सकते है।
2 – बनारस स्टेशन का पुराना नाम मंडुवाडीह स्टेशन था क्योकि यह मंडुवाडीह नाम के जगह पर स्थित है , तो अगर आपको बनारस स्टेशन जाना हो तो आप लोकल ट्रांसपोर्ट वालो से मंडुवाडीह स्टेशन भी बोल सकते है। जिससे कोई confusion नहीं होगी और आप अपने सही स्टेशन पर पहुंच सकते है।
यह भी पड़े – Best Time To Visit Varanasi : वाराणसी जाने का सही समय